शुभ शुक्रवार




प्रिय पाठकों,
इस असाधारण शुक्रवार की शुभकामनाएँ, जिसे हम "गुड फ्राइडे" के रूप में जानते हैं। आज के दिन हम उस महान बलिदान का स्मरण करते हैं जो हमारे लिए यीशु मसीह ने दिया था।
क्या आप जानते हैं कि गुड फ्राइडे को "गुड" क्यों कहा जाता है? यह थोड़ा अजीब लग सकता है, क्योंकि इस दिन वास्तव में कुछ भी "अच्छा" नहीं हुआ था। यीशु को सूली पर चढ़ा दिया गया था, अपमानित किया गया था और तड़पाया गया था।
लेकिन इस पीड़ा के बीच, हमें आशा की एक झलक मिलती है। यीशु का बलिदान मृत्यु पर विजय का प्रतीक है। उनकी मृत्यु से हमारा पुनरुत्थान संभव हुआ, जो हमें अनंत जीवन का वादा दिलाता है।
इसलिए, गुड फ्राइडे केवल यीशु की मृत्यु का दिन नहीं है। यह उस महान प्रेम का उत्सव भी है जो उन्हें हमारे लिए था। यह मृत्यु पर विजय और जीवन की आशा की याद दिलाता है।
गुड फ्राइडे को मनाने के कई तरीके हैं। कुछ लोग चर्च जाते हैं, जबकि अन्य अपने घरों में प्रार्थना करते हैं। आप इस दिन उपवास रखने या दान करने पर भी विचार कर सकते हैं।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम यीशु के बलिदान के वास्तविक अर्थ पर चिंतन करें। हमें उसकी पीड़ा और मृत्यु की गहराई से सराहना करनी चाहिए, लेकिन हमें उसकी जीत और पुनरुत्थान की महिमा में भी आनन्दित होना चाहिए।
गुड फ्राइडे एक ऐसा दिन है जो हमें विनम्रता और कृतज्ञता की भावना से भर देता है। यह हमें अपना जीवन उन लोगों की सेवा में बिताने के लिए प्रेरित करता है जिन्हें इसकी आवश्यकता है।
आइए हम इस गुड फ्राइडे को यीशु के बलिदान की महानता को याद करते हुए बिताएँ और आशा और नवीनीकरण की भावना के साथ आगे बढ़ें।
"क्योंकि ईश्वर ने जगत से इतना प्रेम किया कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए।" - यूहन्ना 3:16