कैसरगंज लोकसभा: एक नज़र में




उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध क्षेत्रों में से एक, कैसरगंज लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र अपने समृद्ध इतिहास, विविध संस्कृति और जीवंत राजनीति के लिए जाना जाता है।

भौगोलिक स्थिति

कैसरगंज लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र बाराबंकी जिले का एक हिस्सा है, जो लखनऊ शहर से लगभग 100 किलोमीटर दूर स्थित है। यह उत्तर में फतेहपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र, पूर्व में सुल्तानपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र, दक्षिण में रायबरेली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र और पश्चिम में सीतापुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से घिरा हुआ है।

ऐतिहासिक महत्व

कैसरगंज का नाम अवध के नवाब, कैसर अली खान के नाम पर पड़ा है, जिन्होंने 18वीं शताब्दी में इस क्षेत्र पर शासन किया था। यह क्षेत्र नवाबों के शासनकाल में एक समृद्ध व्यापारिक केंद्र था, और इसकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत आज भी इसके ऐतिहासिक स्मारकों में देखी जा सकती है।

जनसांख्यिकी

कैसरगंज लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र की जनसंख्या लगभग 17 लाख है, जिसमें से लगभग 80% ग्रामीण इलाकों में और 20% शहरी इलाकों में रहते हैं। क्षेत्र की साक्षरता दर लगभग 65% है, और कृषि यहां की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है।

राजनीतिक परिदृश्य

कैसरगंज लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र राजनीतिक रूप से एक दिलचस्प क्षेत्र है, जिसमें विभिन्न राजनीतिक दलों का प्रतिनिधित्व है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस), समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) क्षेत्र की प्रमुख राजनीतिक पार्टियां हैं।

वर्तमान प्रतिनिधि

वर्तमान में, कैसरगंज लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व भारतीय जनता पार्टी की बृज भूषण शरण सिंह कर रहे हैं। वह 2019 के आम चुनावों में जीते थे और इस क्षेत्र में भाजपा के मजबूत नेता हैं।

निष्कर्ष

कैसरगंज लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र उत्तर प्रदेश का एक महत्वपूर्ण और विविध क्षेत्र है। अपने समृद्ध इतिहास, जीवंत संस्कृति और दिलचस्प राजनीति के साथ, कैसरगंज आने वाले वर्षों में राजनीतिक परिदृश्य के केंद्र में बना रहने की संभावना है।