क्या NHPC ने भारत को गर्व का एहसास कराया है?




राष्ट्रीय जलविद्युत निगम (NHPC) एक भारतीय सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी है जो पनबिजली परियोजनाओं के विकास और संचालन में विशेषज्ञता रखती है। इसकी स्थापना 1975 में हुई थी और वर्तमान में भारत की सबसे बड़ी पनबिजली कंपनी है।

NHPC ने पिछले 50 वर्षों में भारत के ऊर्जा परिदृश्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। कंपनी ने देश में 24 बड़े पनबिजली संयंत्रों का निर्माण और संचालन किया है, जिनकी कुल स्थापित क्षमता 7,078 मेगावाट है। ये संयंत्र भारत की बिजली जरूरतों का लगभग 12% पूरा करते हैं।

NHPC की उपलब्धियों में से एक है तहरी बांध परियोजना का निर्माण। यह हिमालय में निर्मित एशिया का सबसे ऊंचा और दुनिया का दूसरा सबसे ऊंचा बाँध है। इस बांध ने उत्तराखंड राज्य को बाढ़ से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और जल सिंचाई और पेयजल आपूर्ति के लिए भी पानी प्रदान करता है।

NHPC का हालिया ध्यान नवीकरणीय ऊर्जा पर है। कंपनी ने भारत में कई सौर और पवन ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित की हैं। ये परियोजनाएं भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने में मदद कर रही हैं।

NHPC एक सफल भारतीय कंपनी की कहानी है जो राष्ट्रीय विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रही है। कंपनी ने ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित की है, पर्यावरण की रक्षा की है और भारत को गर्व का एहसास कराया है।

  • NHPC के कुछ प्रमुख उपलब्धियाँ:
  • भारत की सबसे बड़ी पनबिजली कंपनी
  • 24 बड़े पनबिजली संयंत्रों का निर्माण और संचालन
  • 7,078 मेगावाट की कुल स्थापित क्षमता
  • भारत की बिजली जरूरतों का लगभग 12% पूरा करना
  • तहरी बांध परियोजना का निर्माण
  • नवीकरणीय ऊर्जा पर ध्यान
  • भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करना
  • ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करना