AIBE 18: परिणाम घोषित, जानिए टॉपर्स और मेरिट लिस्ट!




बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित ऑल इंडिया बार एग्जामिनेशन (AIBE) 18 का रिजल्ट घोषित कर दिया गया है। इस प्रतिष्ठित परीक्षा में देशभर से लाखों कानून के छात्रों ने भाग लिया था।

टॉपर्स और मेरिट लिस्ट:

इस वर्ष AIBE 18 में कुल 1000 अंक में से 990 अंक प्राप्त करके विवेक कुमार ने टॉप किया है। वह दिल्ली विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ लॉ से हैं।

दूसरा स्थान अनुप्रिया भटनागर का है, जिन्होंने 989 अंक प्राप्त किए हैं। वे नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, दिल्ली से हैं।

तीसरा स्थान अभिजीत मुखर्जी को मिला है, जिन्होंने 988 अंक प्राप्त किए हैं। वे वेस्ट बंगाल नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ ज्यूरिडिकल साइंसेज से हैं।

मेरिट लिस्ट में शीर्ष 10 रैंकर्स के नाम इस प्रकार हैं:

  • विवेक कुमार (990)
  • अनुप्रिया भटनागर (989)
  • अभिजीत मुखर्जी (988)
  • प्रज्ञा मिश्रा (987)
  • अंकिता सिंह (986)
  • आयुष राणा (985)
  • दिव्यंशी जोशी (984)
  • अक्षय अग्रवाल (983)
  • मौसम जैन (982)
  • शिवानी गुप्ता (981)
सफलता का रहस्य:

टॉपर्स ने अपनी सफलता का श्रेय कड़ी मेहनत, समर्पण और लगातारता को दिया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने घंटों पढ़ाई की, मॉक टेस्ट दिए और किसी भी संदेह को दूर करने के लिए अपने शिक्षकों से मदद ली।

"परीक्षा में सफलता एक सफर है, कोई मंजिल नहीं। हर दिन थोड़ी-थोड़ी मेहनत अंततः एक बड़ी उपलब्धि में बदल जाती है।" - विवेक कुमार

कानूनी पेशे के लिए महत्वपूर्णता:

AIBE बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है जो कानून के स्नातकों को बार में प्रैक्टिस करने के लिए लाइसेंस प्रदान करती है। यह परीक्षा कानून के प्रतिभागियों की क्षमता, ज्ञान और कौशल का आकलन करती है।

AIBE में अच्छा प्रदर्शन करने से कानूनी पेशे में सफलता की संभावना बढ़ जाती है। यह छात्रों को प्रतिभाशाली कानूनी पेशेवरों के रूप में स्थापित करने में मदद करता है।

आकांक्षी छात्रों के लिए सुझाव:

AIBE की तैयारी करने वाले छात्रों को निम्नलिखित सुझावों पर विचार करना चाहिए:

  • जल्द से जल्द तैयारी शुरू करें।
  • AIBE के पाठ्यक्रम का अच्छी तरह से अध्ययन करें।
  • नियमित रूप से मॉक टेस्ट दें।
  • किसी भी संदेह को दूर करने के लिए अपने शिक्षकों से मदद लें।
  • आत्मविश्वास और सकारात्मक रहें।

"AIBE की तैयारी कोई छोटा काम नहीं है, लेकिन कड़ी मेहनत और समर्पण से यह निश्चित रूप से संभव है।" - अनुप्रिया भटनागर

भविष्य की योजनाएँ:

टॉपर्स ने भविष्य में कानूनी पेशे में उत्कृष्टता प्राप्त करने और अपने ज्ञान और कौशल का उपयोग समाज को लाभ पहुँचाने की योजना बनाई है।

"मैं एक सफल वकील बनना चाहती हूं और अदालत में न्याय की लड़ाई लड़ना चाहती हूं।" - अंकिता सिंह

"मैं कानून के माध्यम से लोगों के जीवन में बदलाव लाना चाहता हूं और एक इक्विटी और न्यायपूर्ण समाज बनाने में योगदान देना चाहता हूं।" - अभिजीत मुखर्जी

AIBE 18 के सभी उम्मीदवारों को उनके प्रदर्शन के लिए बधाई। शीर्षकों के लिए शुभकामनाएँ और सभी आकांक्षी छात्रों को उनकी तैयारी में शुभकामनाएँ।

याद रखें, AIBE में सफलता एक सफर है, कोई मंजिल नहीं। अपनी प्रतिभा में विश्वास रखें, कड़ी मेहनत करें और कभी हार न मानें।