सऊदी अरब के बादशाह सलमान बिन अब्दुलअज़ीज़ अल-सऊद की कहानी




नमस्कार मित्रों,
आज हम बात करेंगे सऊदी अरब के वर्तमान बादशाह सलमान बिन अब्दुलअज़ीज़ अल-सऊद की। सलमान एक दिलचस्प और विवादित व्यक्ति हैं, जिनका जीवन यात्रा से भरा रहा है। तो चलिए शुरू करते हैं उनकी कहानी...
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा:
सलमान का जन्म 31 दिसंबर, 1935 को रियाद में हुआ था। वह अब्दुलअज़ीज़ अल-सऊद के पच्चीसवें पुत्र हैं, जो सऊदी अरब के संस्थापक थे। सलमान ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा रियाद में ली और बाद में कानून की डिग्री हासिल करने के लिए काहिरा विश्वविद्यालय गए।
राजनीतिक करियर:
1963 में, सलमान को रियाद का गवर्नर नियुक्त किया गया। उन्होंने इस पद पर 48 वर्षों तक सेवा की, जिससे वह दुनिया के सबसे लंबे समय तक रहने वाले प्रांतों में से एक के रूप में जाने गए। 2012 में, उन्हें क्राउन प्रिंस नियुक्त किया गया।
बादशाह के रूप में:
23 जनवरी, 2015 को सलमान सऊदी अरब के बादशाह बने। उन्होंने महत्वपूर्ण आर्थिक और सामाजिक सुधार किए हैं, जैसे कि महिलाओं को ड्राइविंग करने की अनुमति देना और शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा तक उनकी पहुंच बढ़ाना। हालाँकि, उनके शासनकाल में यमन में सऊदी के सैन्य हस्तक्षेप और खशोगी मामले से जुड़ी विवादों से भी चिह्नित किया गया है।
व्यक्तिगत जीवन:
सलमान तीन बार शादी कर चुके हैं और उनके 13 बच्चे हैं। वह एक शौकीन शिकारी हैं और उन्हें घुड़दौड़ का भी शौक है।
विरासत:
सलमान एक जटिल और विवादास्पद व्यक्ति हैं, जिनकी विरासत की आने वाले वर्षों में बहस होती रहेगी। कुछ उन्हें एक आधुनिकतावादी के रूप में देखते हैं जिन्होंने सऊदी अरब को प्रगति की राह पर आगे बढ़ाया है, जबकि अन्य उन्हें एक रूढ़िवादी के रूप में देखते हैं जिन्होंने देश की सामाजिक और राजनीतिक स्वतंत्रता को सीमित कर दिया है।
अंत में,
सलमान बिन अब्दुलअज़ीज़ अल-सऊद एक आकर्षक और महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं जिनका मध्य पूर्व के इतिहास पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है। चाहे उनकी प्रशंसा की जाए या आलोचना की जाए, इसमें कोई संदेह नहीं है कि उनका शासनकाल सऊदी अरब के इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय रहेगा।