कोहली का जन्म 5 नवंबर, 1988 को दिल्ली में हुआ था। उनकी क्रिकेट यात्रा कम उम्र में ही शुरू हो गई थी, जब वह अपने पिता के साथ पड़ोस के पार्क में बल्ला चलाते थे। बाद में, वह दिल्ली के वेस्ट विहार स्थित क्रिकेट अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त करने लगे।
अपनी प्रतिभा और कड़ी मेहनत से, कोहली ने जल्द ही अंडर-15 और अंडर-19 स्तर पर दिल्ली का प्रतिनिधित्व करना शुरू कर दिया। 2006 में, उन्हें भारतीय अंडर-19 विश्व कप टीम में चुना गया, जिसने इंग्लैंड में खिताब पर कब्जा किया। इस टूर्नामेंट में उनका प्रदर्शन शानदार रहा और इसने उन्हें भारतीय टीम में जगह दिलाई।
कोहली ने 2008 में श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय मैच में अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया। उन्होंने अगले ही साल वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैच में भारतीय टेस्ट टीम में पदार्पण किया। अपने शुरुआती वर्षों में, उन्होंने बतौर मध्यक्रम बल्लेबाज के रूप में खेला और धीरे-धीरे टीम में अपनी जगह बनाई।
2013 में, कोहली को महेन्द्र सिंह धोनी के बाद एकदिवसीय और टी20 टीम का कप्तान बनाया गया। उनकी कप्तानी में भारत ने कई यादगार जीत दर्ज कीं, जिसमें 2015 विश्व कप में सेमीफाइनल तक पहुंचना और 2016 आईसीसी विश्व ट्वेंटी20 खिताब जीतना शामिल है।
कोहली को बतौर बल्लेबाज उनकी आक्रामक शैली और बड़े शॉट खेलने की क्षमता के लिए जाना जाता है। उनके नाम कई रिकॉर्ड हैं, जिनमें टेस्ट मैचों में सर्वाधिक शतक (27), एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय (ODI) मैचों में सबसे तेज 10,000 रन (205 पारियां) और टी20 अंतरराष्ट्रीय (T20I) मैचों में सर्वाधिक अर्धशतक (33) शामिल हैं।
कोहली के खेल कौशल के अलावा, उनकी नेतृत्व क्षमता और टीम भावना के लिए उनकी सराहना की जाती है। उन्होंने मैदान के अंदर और बाहर दोनों जगह भारतीय टीम को प्रेरित किया है। अपने हुनर और समर्पण से, वह लाखों भारतीयों के लिए एक प्रेरणा बन गए हैं।
हालांकि, कोहली के करियर में उतार-चढ़ाव भी आए हैं। 2014-15 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उनके खराब प्रदर्शन की काफी आलोचना हुई थी। लेकिन, उन्होंने वापसी की और शानदार फॉर्म में वापस आए।
2022 में, उन्होंने भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया और एकदिवसीय और टी20 टीमों की कप्तानी भी छोड़ दी। वर्तमान में, वह भारतीय बल्लेबाजी की धुरी बने हुए हैं और मैदान पर अपनी असाधारण प्रतिभा का प्रदर्शन करना जारी रखे हुए हैं।
विराट कोहली भारतीय क्रिकेट के दिग्गज हैं जिन्होंने खेल को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। उनकी प्रतिभा, कड़ी मेहनत और नेतृत्व कौशल ने उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों में से एक बना दिया है। वह आने वाले कई वर्षों तक भारतीय क्रिकेट के चेहरा बने रहने के लिए तैयार हैं।