पप्पू यादव का जन्म बिहार के सीवान जिले में एक गरीब किसान परिवार में हुआ था। अपनी प्राथमिक शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया और 1995 में समता पार्टी के टिकट पर सीवान से लोकसभा चुनाव जीता।
राजनीति में प्रवेश के बाद, पप्पू यादव अपराध की दुनिया में शामिल हो गए। उन पर अपहरण, हत्या और रंगदारी जैसे कई अपराधों का आरोप लगाया गया। उन्हें कई बार जेल भी भेजा गया।
अपराध की दुनिया में अपने कारनामों के बावजूद, पप्पू यादव एक लोकप्रिय नेता बनकर उभरे। उनकी निडरता और आम लोगों के लिए उनकी लड़ाई की उनकी प्रशंसा की जाती थी। वह एक बाहुबली नेता के रूप में जाने जाते थे, लेकिन लोगों के प्रति उनकी सहानुभूति भी थी।
पप्पू यादव एक विवादास्पद व्यक्ति थे। उनके खिलाफ कई आपराधिक मामले थे, और उन पर राजनीतिक हिंसा में भाग लेने का भी आरोप लगाया गया था। उनकी हत्या के प्रयास भी हुए, लेकिन वह बच गए।
जेल से रिहा होने के बाद, पप्पू यादव राजनीति में वापस आ गए। उन्होंने जन अधिकार पार्टी (जाप) की स्थापना की और 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में खड़े हुए। उन्होंने मधेपुरा सीट से चुनाव जीता और विधायक बने।
पप्पू यादव हमेशा समाज के कमजोर वर्गों की मदद के लिए काम करने के लिए जाने जाते हैं। वह सामाजिक न्याय और समानता के प्रबल समर्थक थे। उनका मानना था कि हर किसी को समान अवसर और अधिकार मिलना चाहिए।
पप्पू यादव एक जटिल और विवादास्पद व्यक्ति थे। उनकी कार्रवाई अक्सर हिंसक और अवैध थी, लेकिन वह एक लोकप्रिय नेता भी थे जिनकी गरीबों और वंचितों के बीच बड़ी संख्या में अनुयायी थे। वह एक ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने अपने कार्यों और जीवन शैली से कई विवादों को जन्म दिया, लेकिन उन्होंने अपने समुदाय के लिए कुछ अच्छा करने की भी कोशिश की।